प्राण प्रतिष्ठा के बाद बदल गई है रामलाला के चहरे का अभाव | मूर्तिकार अरुण योगिराज ने क्या बोला:
दोस्तों 22 जनवरी को प्रभु श्री राम जी का प्राण प्रतिष्ठा बड़ी धूम धाम से किया गया लेकिन अभी एक खबर बहुत तेजी से वायरल हो रही है रामलला के मूर्तिकार अरुण योगिराज ने बताया अचंभा कर देनी वाली बात चलिए जानते है की मूर्तिकार ने क्या कहा इसके बारे में तो दोस्तों पूरी खबर जानने के लिए इस ब्लॉग को पूरा पढ़े |
मूर्तिकार अरुण योगिराज ने बताया की हम इस मूर्ति को 6 महीने से तैयार कर रहे थे और जब प्राण प्रतिष्ठा के दिन से पहले हम राम लला को उनके गर्भ गृह में इंस्टालेशन करने में 10 दिन लग गए थे और जब प्राण प्रतिष्ठा होने के बाद अरुण योगिराज ने बोला की जब हम मूर्ति को गर्भ गृह में लेकर आए थे तब ऐसा नहीं था और उन्होंने बोला की मूर्ति में प्राण प्रतिष्ठा होने के बाद मैं उधर ही था और लगभग दस दिन मैं गर्भ गृह में ही था जब प्राण प्रतिष्ठा होने के बाद मैं वही पर बैठा था और मुझे लगा की यह मेरा काम नहीं है |
और रिपोर्टर ने पूछा की आप भी अपने लाल को नही पहचान पाए आपने 6 महीने आपने ह्वदय में रखा लेकिन आप नही पहचान पाए|
और मूर्तिकार ने बोला की बहुत चेंज हो गया अंदर जाते ही भगवान बहुत चेंज हो गया और मेरे साथ 2 से 3 लोग भी थे उनको भी यह बात बताया यह बहुत अलग दिख रहे है यह मेरा काम नहीं है और उन्होंने अलग रूप ले लिया अंदर जाके मैं अभी भी फिल कर रही हु मेरा काम नहीं है इसलिए मैं इस बात को बार बार बोल रहा हूं|