Weight Kaise Badhaye In Hindi | अपना वजन कैसे बढ़ाएं | बॉडी का वजन कैसे बढ़ाएं ? 1 महीने में वजन कैसे बढ़ाएं | 

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Weight Kaise Badhaye In Hindi | अपना वजन कैसे बढ़ाएं | बॉडी का वजन कैसे बढ़ाएं ? 1 महीने में वजन कैसे बढ़ाएं |

दोस्तों दुबली पतली बॉडी को हेल्थी बॉडी कैसे बनाए आम तौर पर जिन लोगो का शरीर बहुत दुबला पतला होता है उनकी सबसे बड़ी दिक्कत यह होती है की वह जो भी खाते है उसका असर उनकी शरीर पर नजर नहीं आता इसीलिए कई लोग ऐसा मानते है की दुबले पतले लोग चाहे जो भी कर ले या जो भी खा ले उनके शरीर पर बदलाव नहीं आ सकता लेकिन आखिर सच्चाई क्या है तो पूरी खबर जानने के लिए इस ब्लॉग को पूरा पढ़े |

Weight Kaise Badhaye In Hindi | अपना वजन कैसे बढ़ाएं | बॉडी का वजन कैसे बढ़ाएं ? 1 महीने में वजन कैसे बढ़ाएं | 

अब महान आदमी थे जिनका नाम था Willium Herbert Sheldon इन्होंने 1940 में बताया की इस तरह से हर इंसान के शहरी की बनावट अलग अलग होने के साथ साथ उन पर खाने-पीने का असर अलग-अलग तरह से होता है विलियम हैबर्ट के हिसाब से इंसानों में तीन तरह की बॉडी का प्रकार होता है | 1- एक वह जिनका वजन बढ़ता तो जल्दी है लेकिन उन्हें घटना आसान नहीं होता है | 2- दूसरा वह जिनके लिए वजन बढ़ाना या घटना औरों के मुकाबले बहुत ज्यादा आसान होता है अब तीसरे बॉडी टाइप 3- जिनका वजन घटता तो बहुत जल्दी है लेकिन उसे बढ़ाना आसान नहीं होता है |

अगर आप हमेशा से बहुत दुबले है तो आपकी बॉडी टाइप यह तीसरे नंबर वाली हो सकती है जिसे फिटनेस की दुनिया में Actomorph के नाम से जाना जाता है लेकिन अच्छी बात क्या है करीब तीन स्टेप को फॉलो इस तरह के शरीर को भी बेहतर शरीर में आसानी ढाला जा सकता है | जिसमें सबसे पहले यह जानना होता है आखिर क्या वजह है कि जो आप खाते हैं इसका असर आपके शरीर पर नजर नहीं आता आ जाता है कि पतले लोगों का मेटाबॉलिज्म फास्ट होता है इसलिए वह जो खाते हैं उसका असर उनके शरीर पर नजर नहीं आता लेकिन आखिर यह मेटाबॉलिज्म क्या होता है |

दरअसल हमारे शरीर के अंदर हर वक्त कोशिकाएं बनती और टूटती रहती है ब्रेन का सिग्नल भेजना डाइजेस्ट होना खून का फिल्टर होना जितने भी तरह के काम हमारे शरीर के अंदर होते हैं उन सभी कामों को Metabolism के नाम से ही जाना जाता है और इन सभी तरह के फंक्शंस को अंजाम देने के लिए हमारा शरीर एनर्जी का इस्तेमाल करता है जो कि हमें खाने की चीजों से मिलती है समझने वाली बात यह है कि जिस तरह किसी गाड़ी का इंजन 1 लीटर में 60 किलोमीटर चलता है और उतने ही किलोमीटर दूरी तय करने के लिए किसी गाड़ी में 2 लीटर 3 लीटर 4 लीटर तेल खर्च हो जाता है |

बिल्कुल इसी तरह इंसानों में भी अलग-अलग तरह बॉडी टाइप के साथ भी होता है बस फर्क इतना है कि ज्यादा पेट्रोल की खपत उस तरह की गाड़ी में होती है जिसका इंजन ज्यादा हैवी होता है लेकिन इंसानों में Actomorph एक ऐसी बॉडी है टाइप होती है जो की दिखने में कमजोर लगने के बावजूद इनमें एनर्जी की खपत ज्यादा होती है और यही पता है कि ऐसे लोगों के शरीर के ऊपर मैं पीने का असर जल्दी दिखाई नहीं पड़ता अब अगर किसी तरह से शरीर में एनर्जी काम किया जाए और ज्यादा एनर्जी वाले फूड को शरीर के अंदर डाला जाए तो ऐसे लोगों का वजन आसानी से बढ़ाया जा सकता है |

अब दूसरे स्टेप में आपको उन गलतियों का सुधार करना होता है दो वजन बढ़ाने में रुकावटें पैदा करती है इसमें सबसे पहले है फिजिकल एक्टिविटी जिस तरह गाड़ी जितनी ज्यादा स्पीड से चलती है उसमें पेट्रोल की खपत उतने ही ज्यादा होती है इस तरह हर वह एक काम जिसमें बहुत ज्यादा भाग दौड़ करना पड़ता है ऐसे काम को करने में शरीर को ज्यादा मात्रा में एनर्जी की जरूरत होती है बॉडी में एनर्जी की ज्यादा खपत होती है तो वजन का और ज्यादा बढ़ना मुश्किल हो जाता है इसलिए हाई स्पीड में की जाने वाली हर एक एक्सरसाइज या फिर कोई भी ऐसा खेल जिसमें बहुत ज्यादा भाग दौड़ करना पड़ता है माय एक्टिविटीज में जहां तक हो सके इनमें कम से कम ही इंवॉल्व होना चाहिए |

यहां पर एक सवाल और उठना है क्या अगर वजन बढ़ाना है तो एक्सरसाइज करना चाहिए तो इसका सवाल है बिल्कुल भी नहीं आपको ऐसी एक्सरसाइज को अवॉइड करना है जिसमें बहुत तेजी से काम किया ज्यादा है लेकिन वजन बढ़ाने के लिए एक्सरसाइज बहुत ही जरूरी और बहुत ही इफेक्टिव होती है जिसे मसाला टारगेटिंग एक्सरसाइज के नाम से जाना जाता है महिंद्रा की एक्सरसाइज को जिम जाकर भी कर सकते हैं पर भी कुछ अलग-अलग तकनीक को इस्तेमाल कर करके तरह की एक्सरसाइज को किया जा सकता है यह रखना है कि ऐसी एक्सरसाइज को बहुत ही स्लोली और अच्छे फॉर्म में किया जाता है और इनमें मसल्स पर जोर डालना बहुत जरूरी होता है जिससे की शरीर में नए मसल्स की टिशूज बढ़ने लगते हैं और बॉडी पहले से ज्यादा मस्कुलर नजर आने लगती है कई बार लोग एक बहुत ही सामान्य सी गलती करते हैं वजह से वजन का बढ़ना बहुत ही ज्यादा मुश्किल हो जाता है किसी भी वक्त खाना को स्कीप कर देना आमतौर पर ऐसे लोग जो रात को लेट सोते हैं उन्हें सुबह उठने में भी लेट हो जाता है की वजह से ना चाहते हुए भी सुबह का नाश्ता मिस हो जाता है से में होता यह है कि जो भी हमारे शरीर को एनर्जी चाहिए होती है वह कभी भी नहीं मिल पाती और हमारी यह आदत वजन को बढ़ाने में बहुत बड़ी रुकावट बन जाती है |

इसलिए अगर आपको जल्दी वजन बढ़ाना है तो हर वक्त की खाने को उसके सही टाइम पर जरूर से खा लेना चाहिए आपको जानकर हैरानी होगी कि कई बार पानी पीने में कई जाने वाली गलतियां वजन को बढ़ाने में रुकावट बन जाती है क्या तब होता है जब खाना खाने से पहले क्या खाने के साथ-साथ ज्यादा मात्रा में पानी पिया जाए क्योंकि ऐसा करने से आप उतना खाना नहीं खा पाते हैं वजन बढ़ाने के लिए जरूरी होता है खाना खाने से पहले हो या फिर खाने के साथ आपको पानी पीने की आवश्यकता पड़ती है तो पानी की मात्रा बहुत ही काम रखना चाहिए |

अब तो गलतियों को सुधार करने के बाद अब बारी आती हमारी तीसरी गलती जहां पर आपको कुछ यूनिक और स्पेशल तकनीक का इस्तेमाल करना है किसी से आपको ज्यादा बेहतर और जल्दी रिजल्ट देखने को मिलता है इसमें सबसे पहले है ईटिंग फ्रीक्वेंसी का वजन बढ़ेगा या फिर घटेगा इस बात में ईटिंग फ्रीक्वेंसी बहुत ही अहम रोल प्ले करता है कटिंग फ्रीक्वेंसी का मतलब यह होता है कि आप दो बार खाने को बीच में कितनी देर का गैप रखते हैं नॉर्मली आप जब भी खाते है तो आपका ब्लड में ग्लूकोज की मात्रा बढ़ती है इसको रेगुलेट करने के लिए आपका शरीर एक हार्मोन रिलीज करता है जिसे  इंसुलिन के नाम से जाना जाता है और इसी हार्मोन की मदद से जो एनर्जी आपको खाने से मिलती है आपके शरीर के एक-एक कोशिकाओं तक पहुंचता है हां समझने वाली यह बात है कि नॉर्मल के मुकाबले पतले लोगों की एनसुलिन सेंसटिविटी ज्यादा होती है का मतलब यह है कि ऐसे लोगों का शरीर खाने से मिलने एनर्जी को दूसरे लोगों के मुकाबले जल्दी ही कंज्यूम कर लेता है से जल्द ही उसे और एनर्जी की जरूरत पड़ने लगती है ऐसे में खाने की जब दो वक्त का लंबा गैप होता है शरीर अपने आप को ही खाने लगता है सरस्वती भजन का बढ़ना और भी ज्यादा मुश्किल हो जाता है यह दुबले पतले लोगों को दो से तीन घंटे के अंतराल में कुछ ना कुछ हेल्दी फूड खाते रहना चाहिए आपने बहुत बार सुना होगा कि अगर वजन बढ़ाना कैलोरी फूड का इस्तेमाल करना चाहिए |

लेकिन यह कैलोरी होता क्या है समझा जाए तो अगर किसी भी वजन को दर्शाने के लिए ग्राम या किलोग्राम में मापा जाता है सितारा में किसी भी खाने में कितनी एनर्जी है उसे कैलोरी में मापा जाता है लेकिन हर खाने में कैलोरी एक बराबर नहीं होती है इस तरह से एक छोटी सी लोहे की बाल एक छोटे से प्लास्टिक बॉल के हिसाब से ज्यादा वजन होता है उसी तरह से कुछ खाना थोड़ी मात्रा में होने के बावजूद दूसरे खाने से ज्यादा कैलोरी उसमें मौजूद होती है इसलिए वजन बढ़ाने के लिए ज्यादा खाना काफी नहीं है ज्यादा गैलरी वाले खाने की जरूरत होती है दादा गैलरी और काम गैलरी वाले फूड को बहुत ही आसानी से पहचाना जा सकता है आमतौर पर जिस फूड में पानी की मात्रा ज्यादा होती है अक्सर ऐसी खाने में कैलोरी बहुत कम होती है इसका उल्टा जो खाने में पानी की मात्रा कम होती है यू खा सकते है को ड्राई फॉम में होता है उसमे कैलोरी की मात्रा ज्यादा होती है |

 

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